ईद की नमाज़ या सलात अल-ईद, ईद-उल-फ़ितर का एक मुख्य हिस्सा है, जिसे सामूहिक रूप से, अक्सर बड़े खुले स्थानों या मस्जिदों में किया जाता है। यह सामूहिक प्रार्थना एकता और साझा आस्था पर जोर देती है। प्रार्थना के बाद, मुसलमान एक-दूसरे को बधाई देते हैं, परिवार और दोस्तों से मिलते हैं और भोजन साझा करते हैं। यह सभा सामुदायिक बंधनों को मजबूत करती है और सामूहिक उत्सव की भावना को बढ़ावा देती है, जो इस उत्सव के अवसर पर सामाजिक जुड़ाव के महत्व को उजागर करती है।
ईद की दावतें: पाक-कला संबंधी परंपराएँ
